एक था मै. . .
Tuesday 29 December 2015
बेदाग़ . . .
गर बर्बाद ही करना है तुझे,
तो कुछ इस तरह से बर्बाद कर मुझे,
की चाह कर भी खुद को -
आबाद न कर सकूँ |
और छोड़ जा अपनी बेवफाई का ,
कुछ ऐसा रंग "साहिल" -
की चाह कर भी खुद को;
बेदाग़ न कर सकूँ |
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